इजरायल और फिलिस्तीनी आंतकी संगठन हमास के बीच युद्ध जैसे हालात पैदा हो गए हैं. दोनों ओर से बम बरसाए जा रहे हैं और रॉकेट से हमले जारी हैं. इस बीच मेघालय के 27 ईसाई यरुशलम में फंस गए हैं. मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध जैसे हालात में फंसे राज्य के 27 लोगों को बचाने के लिए शनिवार को विदेश मंत्रालय से मदद मांगी.
संगमा ने कहा कि वह इन लोगों को राज्य में वापस लाने के लिए मंत्रालय के संपर्क में हैं. उन्होंने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, 'पवित्र तीर्थयात्रा के लिए यरुशलम गए मेघालय के 27 नागरिक इजरायल और फिलिस्तीन के बीच मौजूदा तनाव के कारण बेथलहम में फंस गए हैं.'
मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैं उनकी सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्रालय के संपर्क में हूं.' यरुशलम यहूदी धर्म, ईसाई धर्म और इस्लाम धर्म तीनों की ही पवित्र नगरी है. मेघालय के ईसाई धार्मिक यात्रा पर वहां जाते हैं.
सरकार ने जारी की एडवाइजरी
इजरायल में हमास के हमले के बाद भारतीय सरकार एक्शन में आ गई है. इजरायल में मौजूद भारतीयों के लिए जरूरी एडवाइजरी जारी की गई है. भारतीय दूतावास ने शनिवार को इजरायल में सभी भारतीय नागरिकों को "सतर्क रहने" और "सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने" के लिए कहा. इसके अलावा गैर-जरूरी आवाजाही से बचने और सुरक्षा आश्रयों के करीब रहने की सलाह दी है.
हेल्पलाइन नंबर जारी
भारतीय दूतावास की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि इजरायल में वर्तमान स्थिति को देखते हुए, इजरायल में सभी भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों की सलाह के अनुसार सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने का अनुरोध किया जाता है. कृपया सावधानी बरतें, अनावश्यक आवाजाही से बचें और सुरक्षा आश्रयों के करीब रहें. अधिक जानकारी के लिए, कृपया इजरायली होम फ्रंट कमांड वेबसाइट www.oref.org.il/en या उनकी तैयारी विवरणिका देखें. विवरणिका देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें-
एडवाजरी में आगे कहा गया कि आपातकालीन स्थिति में, हमसे +97235226748 पर संपर्क करें या consl.telaviv@mea.gov.in पर एक संदेश छोड़ सकते हैं. किसी भी मार्गदर्शन के लिए दूतावास कर्मी आपके साथ सदैव रहेंगे.
इजरायल द्वारा 'युद्ध' की घोषणा
दरअसल, फिलिस्तीन के आंतकी संगठन हमास ने शनिवार सुबह 6.25 पर इजरायल पर हमला कर दिया. हमास ने महज 20 मिनट में इजरायल पर 5 हजार रॉकेट दागे. इस हमले में इजरायल के 40 लोगों की मौत हो गई. इसके बाद इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने 'युद्ध' की घोषणा करते हुए कहा कि उनका देश अपने दुश्मन से 'अभूतपूर्व कीमत' वसूलेगा. इजरायल ने 'ऑपरेशन आयरन स्वार्ड्स' लॉन्च कर दिया. साथ ही इजरायल में रविवार को स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है. बता दें कि इजरायल में शुक्रवार और शनिवार को छुट्टी रहती है.
एयर इंडिया की फ्लाइट्स रद्द
एयर इंडिया ने जाने और आने वाली उड़ाने रद्द कर दी हैं. एयर इंडिया की ओर से जारी बयान में कहा गया कि 07 अक्टूबर 2023 को दिल्ली से तेल अवीव के लिए AI139 और तेल अवीव से दिल्ली के लिए वापसी उड़ान AI140 को हमारे मेहमानों और क्रू के हित और सुरक्षा की वजह से रद्द कर दिया गया है. यात्रियों को उनकी आवश्यकता के अनुसार हरसंभव सहायता दी जा रही है.
पीएम मोदी ने इजरायल का समर्थन किया
इजरायल पर फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास द्वारा दिए गए हमले पर दुनियाभर के नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम बड़े देशों के नेताओं ने इजरायल का समर्थन किया है.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "इजरायल में आतंकवादी हमलों की खबर से गहरा सदमा लगा है. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं. हम इस कठिन समय में इजरायल के साथ एकजुटता से खड़े हैं."
ब्रिटेन ने दिया इजरायल का साथ
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने सोशल मीडिया पर लिखा, "मैं आज सुबह इजरायली नागरिकों के खिलाफ हमास आतंकवादियों के हमलों से स्तब्ध हूं. इजरायल को अपनी रक्षा करने का पूर्ण अधिकार है. हम इज़रायली अधिकारियों के संपर्क में हैं और इजरायल में ब्रिटिश नागरिकों को यात्रा सलाह का पालन करना चाहिए.
फ्रांस का भी मिला साथ
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने इजरायल के राष्ट्रपति हर्ज़ोग और प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की. उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा, "मैं गाजा द्वारा इजरायल, उसके सैनिकों और उसके लोगों पर किए गए हमलों की निंदा करता हूं. फ्रांस इजरायल और इजरायलियों के साथ एकजुटता से खड़ा है. उनकी सुरक्षा और खुद की रक्षा करने के उनके अधिकार के लिए प्रतिबद्ध है."
अमेरिका भी करेगा मदद
इजरायल के खिलाफ हमलों पर अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड जे. ऑस्टिन ने कहा कि मैं इजरायल के घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहा हूं. इजरायल की अपनी रक्षा के अधिकार के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट बनी हुई है और मैं उन लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने नागरिकों पर इस घृणित हमले में अपनी जान गंवा दी. आने वाले दिनों में रक्षा विभाग यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा कि इजरायल के पास अपनी रक्षा करने और नागरिकों को अंधाधुंध हिंसा और आतंकवाद से बचाने के लिए आवश्यक सब कुछ है.